जल्द ठीक नहीं हुआ गैहरा पियूहरा मरौर सड़क तो होगा धरना प्रदर्शन मरौर वार्ड करेगा चुनाव का बहिष्कार ——ग्रामीण*
ओपी शर्मा भरमौर
गैहरा मरौर सड़क की बदहाल दशा को लेकर यहां के ग्रामीणों ने विभाग व सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सड़क की दशा जल्द ठीक ना होने पर मरौर वार्ड के लोगों ने आने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने व प्रशासन के खिलाफ धरना व प्रदर्शन करने का ऐलान भी कर दिया है। गौरतलब है यहां हल्की सी बारिश होने पर सड़क का कई जगह नमो निशान मिट रहा है। जिसके कारण पिछले कई महीनो से यह सड़क बंद पड़ी हुई है। यही नहीं सड़क बंद होने के कारण वह सड़क में दल दल होने के कारण कई बार बारिश में यहां के बच्चे स्कूल भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। पिछले 2 महीने से सडक खराब होने के चलते यहां पर लोगों को राशन व रोजमर्रा की वस्तुओं की किल्लत भी सताने लगी है। विभाग व प्रशासन के पास बार-बार शिकायत होने के बावजूद भी विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली पर लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
स्थानीय निवासी शिवकुमार सिंघानिया पूर्व वार्ड सदस्य त्रिलोक कुमार उर्फ बबली विजय कुमार मोनू शर्मा सहित दर्जनो लोगों का कहना है कि विभाग इस सडक को लेकर जो दलील दे रहा है वह सरासर गलत है। उन्होंने कहा है कि जब सडक का निर्माण हो रहा था तो के लोगों ने अपने सेब के बगीचे घर और जमीन को कटवाया है। लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से करोड़ों की बजट का प्रावधान करके मरौर गांव को सड़क से जोड़ने का काम जोर-जोर से चला हुआ है। बावजूद विभाग के सहायक अभियंता यह कह रहे हैं कि यह सड़क उनके अधीन नहीं आ रही है समझ से परे है।
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लोक निर्माण विभाग उप मंडल राख के सहायक अभियंता राकेश मरोल ने कहा कि यह सड़क अभी तक उनके हैंड ओवर नहीं हुई है। लिहाजा व यहां पर विभाग की ओर से पूरे जोर-शोर से काम नहीं लगा सकते हैं । उन्होंने कहा था कि जब तक सड़क उनके अधीन नहीं आती है तब तक वह यहां पर काम नहीं कर सकते हैं । बावजूद इसके फिर भी यहां पर मशीन वह कर्मचारियों को भेज कर सडक को बहाल करने का काम किया जा रहा है।
हैरानी की बात यहां पर यह है कि यहां पर लोक निर्माण विभाग द्वारा नाबार्ड के तहत इन गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए करोड़ों रुपए का टेंडर कर भी दिया गया है। जिसका काम भी चला हुआ है बावजूद इसके सहायक अभियंता के इस तरह के बयान देने पर लोगों ने काफी हैरानी जताई है। लोगों ने कहा है कि शायद सहायक अभियंता पूरी तरह से अपने काम के प्रति सजग नहीं है।
इस विषय पर अधिशासी अभियंता मंडल भरमौर मीत शर्मा ने कहा है कि इस संबंध में जानकारी मिली है और मौके पर मशीनरी को भेज दिया है। उन्होंने कहा है इन गांवों को जोड़ने के लिए नाबार्ड के तहत सड़क योजना का काम जोर-शोर से चला है और उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द इन गांव में इस समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
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*जल्द सड़क बहाल नहीं होगी तो होगा धरना प्रदर्शन वह वार्ड करेगा चुनाव का बहिष्कार*
वीरवार को स्थानीय लोगों ने इस सड़क की दशा को लेकर स्थानीय लोगों की बैठक बुलाकर आने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान भी कर दिया है। पूर्व पंचायत समिति सदस्य शिवकुमार सिंघानिया सहित गांव के दर्जनों लोगों ने कहा है कि जल्द सड़क की दशा नहीं सुधरी तो आने वाले समय में तमाम गांव के लोग इक्कठ्ठे होकर प्रशासन व विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे वह आने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार भी करेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन और विभाग की होगी।
10 साल पहले 3 किलोमीटर तक एचआरटीसी की बस चलती थी लेकिन सड़क की दुर्दशा इतनी हो गई है अब छोटे वाहन भी बड़ी मुश्किल से एक जगह से दूसरी जगह पहुंच रहे हैं। यहां पर अधिकतर बार सड़क खराब होने के चलते सोशल मीडिया पर लोगों के द्वारा खुद ही सड़क बहाल करने की वीडियो भी काफी वायरल हो चुके हैं । एक बार गांव की महिलाओं ने इकट्ठे होकर रस्सियों के सहारे गाड़ियों को खींचकर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का वीडियो भी काफी सुर्खियों में रह चुका है।
फोटो कैप्शन अधिशासी अभियंता भरमौर मीत शर्मा